महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे सर्वश्रेष्ठ कप्तान रह चुके हैं। लेकिन फिर भी उनके कप्तान के दौरान उन्होंने लिए गए कई निर्णय बहुत सारे लोगों को पसंद नहीं आए।
इरफान ने 2003 में एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था और जल्द ही भारतीय क्रिकेट में एक स्टार बन गए। समय के साथ पठान ने अपने बैटिंग स्किल में भी सुधार किया, लेकिन इससे उनकी गेंदबाजी खराब हो गई।
इरफान पठान ने जब भारतीय टीम में एंट्री की थी, तब लोग उनके पेस और स्विंग को देखकर हैरान रह गए थे। इरफान ने शुरुआती दौर में दुनिया के कई दिग्गज बल्लेबाजों को अपने स्विंग से परेशान किया। टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले वह भारत के पहले तेज गेंदबाज बने थे।
हालांकि, 2007 टी20 वर्ल्ड कप के बाद इरफान धीरे-धीरे भारतीय क्रिकेट से गायब होने लगे और एक वक्त ऐसा आया, जब आईपीएल में भी कोई टीम उन्हें खरीदने को तैयार नहीं हुई। हालांकि, लीजेंड्स लीग क्रिकेट (LLC) में इरफान एक बार फिर अपनी गेंदबाजी का कमाल दिखा रहे हैं।
हालांकि, चैपल का यह प्रयोग न सिर्फ फ्लॉप साबित हुआ, बल्कि उससे पठान की गेंदबाजी पर भी काफी असर पड़ा। पठान की पेस खत्म हो गई। इरफान पठान ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 मैच खेले। 2012 के बाद से वह भारतीय टीम में जगह नहीं बना पाए।पठान फिलहाल लीजेंड्स लीग क्रिकेट में भीलवाड़ा किंग्स के लिए खेल रहे हैं।
उनकी भारतीय टीम में अनदेखी को लेकर एक फैन ने ट्वीट किया और पूर्व खिलाड़ियों को इसके लिए दोषी ठहराया। हालांकि, उस ट्वीट पर पठान के जवाब ने सभी लोगों का दिल जीत लिया।
वियर्डली ग्रिपिंग’ नाम के यूजर ने लिखा- जब भी मैं इन लीग में इरफान पठान को देखता हूं, मैं धोनी और उनके टीम मैनेजमेंट को और भी अधिक कोसता हूं … मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि इरफान पठान ने सिर्फ 29 साल की उम्र में आखिरी व्हाइट बॉल मैच खेला था … वह नंबर सात के लिए बिल्कुल सही खिलाड़ी हैं, कोई भी टीम उन्हें शामिल करना चाहेगी…लेकिन भारत ने जड्डू (रवींद्र जडेजा) और यहां तक कि बिन्नी (स्टुअर्ट बिन्नी) को भी मौका दिया गया। पूर्व क्रिकेटर ने अपनी प्रतिक्रिया में उदारता दिखाई।
इरफान पठान ने जवाब दिया- किसी को भी दोष मत दो। प्यार के लिए धन्यवाद। इस जवाब में सभी का दिल जीत लिया।