रॉबिन उथप्पा भारतीय क्रिकेट में एक जाना-पहचाना नाम है, खासकर सीमित ओवरों के प्रारूप में। उनका जन्म 11 नवंबर 1985 को कर्नाटक के कूर्ग में हुआ था और उन्होंने बहुत कम उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। उथप्पा की प्राकृतिक प्रतिभा और समर्पण ने उन्हें भारत में सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक बनने में मदद की।

उथप्पा का क्रिकेट में सफर तब शुरू हुआ जब वह कर्नाटक की अंडर-15 टीम में शामिल हुए। 2002 में कर्नाटक रणजी ट्रॉफी टीम के लिए पदार्पण करने से पहले उन्होंने विभिन्न आयु स्तरों पर राज्य की टीम के लिए खेला। घरेलू सर्किट में उथप्पा के प्रदर्शन ने उन्हें 2006 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में जगह दी।

उथप्पा ने अप्रैल 2006 में इंग्लैंड(ENGLAND)के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में भारत के लिए पदार्पण किया। उन्होंने अपने पहले मैच में तत्काल प्रभाव डाला, केवल 96 गेंदों पर नाबाद 86 रन बनाकर भारत को जीत दिलाई।

उथप्पा की आक्रामक बल्लेबाजी शैली और अपरंपरागत शॉट खेलने की क्षमता ने उन्हें शीघ्र ही प्रशंसकों का पसंदीदा बना दिया। वह 2007 में भारत की विजयी विश्व टी20 टीम का भी हिस्सा थे, जहां उन्होंने मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

उथप्पा की सबसे यादगार पारियों में से एक 2014 के आईपीएल सीज़न के दौरान आई थी, जहाँ उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेला था।
मुंबई इंडियंस के खिलाफ एक महत्वपूर्ण मैच में, उथप्पा(ROBIN UTHAPPA) ने केवल 51 गेंदों में 83 रनों की तूफानी पारी खेली, जिससे केकेआर ने आसानी से 170 रनों के लक्ष्य का पीछा किया। उन्होंने उस सीज़न में कुल 660 रन बनाए, अग्रणी रन-स्कोरर होने के लिए ऑरेंज कैप अर्जित किया।

आईपीएल में उथप्पा की सफलता ने उन्हें भारतीय टी20 टीम में भी जगह दिलाई, जहां उन्होंने मध्यक्रम में कुछ महत्वपूर्ण पारियां खेलीं। हालाँकि, बल्ले के साथ उनकी असंगति ने उन्हें कुछ वर्षों के बाद टीम से बाहर कर दिया।

भारतीय टीम से अंदर और बाहर होने के बावजूद, उथप्पा ने घरेलू सर्किट में लगातार खेलना जारी रखा। वह कर्नाटक टीम के नियमित सदस्य थे और 2013-14 और 2014-15 में उनकी रणजी ट्रॉफी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उथप्पा का केरल टीम के साथ भी सफल कार्यकाल रहा, जहां उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनकी कप्तानी की।

2021 में, उथप्पा को आईपीएल नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा था। वह एमएस धोनी की कप्तानी में खेलेंगे और उनका अनुभव टीम के लिए अहम होगा।

अपने क्रिकेट कौशल के अलावा, उथप्पा अपने परोपकारी कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं। वह GoSports Foundation से जुड़े हुए हैं, जिसका उद्देश्य भारत में युवा एथलीटों को समर्थन और सलाह देना है।
अंत में, रॉबिन उथप्पा एक प्रतिभाशाली और मेहनती क्रिकेटर हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी स्वाभाविक प्रतिभा और अपरंपरागत शॉट खेलने की क्षमता उन्हें देखने लायक एक रोमांचक खिलाड़ी बनाती है। अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव का सामना करने के बावजूद, उथप्पा हमेशा खेल के प्रति समर्पित और प्रतिबद्ध रहे हैं।