Facebook (फेसबुक) को एक यूजर का अकाउंट लॉक करना काफी महंगा पड़ा गया है। मामला अमेरिका का है। यहां के एक वकील के अकाउंट को फेसबुक ने ब्लॉक कर दिया था। ऐसा होने पर यूजर ने अगस्त 2022 में फेसबुक के खिलाफ केस कर दिया था। इस लीगल वॉर में यूजर की जीत हुई और फेसबुक अब यूजर को 50 हजार डॉलर (करीब 41 लाख रुपये) मुआवजे के तौर पर देगा।
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Facebook ने यूजर की मदद नहीं की, इससे उन्हें परेशानी हुई
फेसबुक ने यूजर के अकाउंट को लॉक किया, लेकिन मदद नहीं की: रिपोर्ट
फॉक्स 5 ऐटलांटा की रिपोर्ट के अनुसार, जेसन क्रॉफोर्ड ने बिना किसी कारण फेसबुक अकाउंट को ब्लॉक किए जाने पर कंपनी के खिलाफ केस किया था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अकाउंट को फिर से लाइव करने की कोशिश में फेसबुक ने यूजर की कोई मदद नहीं की। इससे तंग आकर यूजर को मजबूरन कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा।
पहले भी नोटिस मिला था, फिर ब्लॉक कर दिया गया अकाउंट
रिपोर्ट के अनुसार, यूजर के अकाउंट को पहले किसी पॉलिटिकल कॉमेंट के लिए फेसबुक की तरफ से वाइलेशन नोटिस मिल चुका था। हालांकि, इस बार कंपनी ने बिना किसी खास वजह यूजर के अकाउंट को ब्लॉक कर दिया था। यूजर ने अपने अकाउंट को अनलॉक करवाने के लिए फेसबुक से बात करने की कोशिश भी की, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद यूजर ने अपने अकाउंट को अनलॉक करवाने के लिए कोर्ट का रुख किया।
Facebook के साथ परेशानी, रियल एग्जिक्यूटिव के संपर्क का मुश्किल
यूजर के अकाउंट के ब्लॉक होने से तंग
यूजर अपने अकाउंट के ब्लॉक होने से काफी परेशान हो चुके थे। उन्होंने ने कहा कि इस तरह की परेशानी होने पर फेसबुक के किसी रियल एग्जिक्यूटिव से कॉन्टैक्ट करना बेहद मुश्किल है। क्रॉफोर्ड के अनुसार फेसबुक अकाउंट से जुड़ी शिकायतें वह अपने प्रोफाइल से ही कर सकते हैं और अकाउंट लॉक हो जाने के कारण यह करना भी उनके लिए संभव नहीं था।
यह मामला एक बड़ी चेतावनी है जो फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स के यूजर्स के लिए है। यूजर के अकाउंट को ब्लॉक करना सामान्य हो चुका है, लेकिन फेसबुक जैसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को इस पर संयम बनाए रखने की ज़रूरत है। यूजर्स को अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए सही संरक्षण और सहायता मिलनी चाहिए, और उन्हें उनकी अधिकारों की प्रतिष्ठा करने का अधिकार होना चाहिए।
Facebook न्यायिक तंत्र की जीत
यह मामला जेसन क्रॉफोर्ड के लिए न्यायिक तंत्र की एक जीत का उदाहरण है। फेसबुक ने अनचाहे रूप से एक यूजर के अकाउंट को ब्लॉक किया, जिससे उन्हें कानूनी मदद तक जाना पड़ा। इस मामले में कोर्ट ने यूजर के हक की प्रतिष्ठा की है और उन्हें मुआवजा भी दिया गया है। इससे उदाहरण लेकर, यूजर्स को अपने अकाउंट और डेटा की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए और जरूरत पड़ने पर उचित माध्यमों का उपयोग करके अपने अधिकारों की संरक्षा के लिए कानूनी मदद लेनी चाहिए।
इस मामले से हमें यह सिख मिलता है कि जब तक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स अपने यूजर्स के प्रति ज़िम्मेदारी से नहीं उतरते, तब तक हमें अपने अकाउंट और डेटा की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए। और यदि हमें किसी भी प्रकार की समस्या का सामाधान नहीं मिल रहा है, तो हमें कोर्ट जाकर अपने अधिकारों की संरक्षा के लिए मुद्दा उठाना चाहिए।